IPO Kya Hai?
दोस्तों क्या आप जानते हैं IPO क्या होता है? हमने बहुत बार IPO के बारे में सुना होगा. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं की IPO Kya Hai. जो लोग शेयर मार्केट में अपनी रुचि रखते हैं उनको IPO के बारे में जरूर मालूम होगा. बहुत से लोग शेयर मार्केट में अपनी पूंजी को लगाना चाहते हैं और वहां से मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं. तो अगर आप मार्केट से बहुत जल्द मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपको IPO के बारे में जानना बहुत जरूरी है. इस आर्टिकल के माध्यम से हम आप को समझये गे की IPO क्या है? (What is IPO).
What is IPO ? (IPO Full Form)
IPO का मतलब होता है Initial Public Offering (इनिशियल पब्लिक ऑफर). जब भी कोई कंपनी शेयर मार्केट में (NSE / BSE) अपने आपको लिस्ट कराती है. तो वह IPO - Initial Public Offering निकालती है. IPO की सहायता से वह मार्केट से पैसा इकट्ठा करती है. उदाहरण के लिए मान लीजिए आपकी एक कंपनी है. ABCD Limited. इस कंपनी को आप शेयर मार्केट में लिस्ट कराना चाहते हैं. तो इस कंपनी में आप IPO - Initial Public Offering के रूप में एक बड़ी मात्रा में शेयर निकालते हैं. जैसे हम शेयर मार्केट से जाकर शेयर खरीद सकते हैं. उसी तरह IPO में भी पैसा लगाया जाता है. IPO - Initial Public Offering में जैसे मान लीजिए एक Lot की Cost ₹15000 है. और इन ₹15000 में आपको ₹15000 वैल्यू के शेयर दिए जाएंगे. मान लीजिए अगर उस कंपनी के 1 शेयर की वैल्यू ₹500 रखी गई है. तो आपको 30 शेयर मिल जाएंगे.
IPO - Initial Public Offering को एक Example की सहायता से समझते हैं.
मान लीजिए अगर आपने एक शेयर ₹20 का खरीदा. जिस दिन वह शेयर मार्केट में लिस्ट होगा उस दिन उसकी वैल्यू ₹25 है ₹30 या ₹40 तक भी जा सकती है. और आप आसानी से उसे बेचकर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. IPO का प्रोसेस क्या है जब भी कोई कंपनी आईपीओ लाना चाहती है. तो वह एक Fund Organizer को Hire करती है. जिसे हम इन्वेस्टमेंट बैंक भी कह सकते हैं. इसे आप इस तरीके से समझ सकते हैं कि जितने भी बैंक है जैसे HDFC Bank या आ ICICI Bank. इन का काम मार्केट में आईपीओ लाना भी होता है. यह दूसरी कंपनियों की आईपीओ लाने में सहायता करते हैं. और एक मर्चेंट की तरह काम करते हैं. इसके बाद वह बैंक सारा फाइलिंग प्रोसेस करता है. फाइलिंग प्रोसेस करने का मतलब यह है कि उस कंपनी का सभी लीगल एक्टिविटी start होती है. आईपीओ लाने के लिए अंडरराइटर के साथ-साथ बैंक अपना पूरा effort लगाता है. ताकि वह कंपनी के लिए ज्यादा से ज्यादा फंड मार्केट से उठा सके और इसका फायदा उस मर्चेंट यानी बैंक को भी मिलता है. लेकिन कोई भी बैंक इतनी बड़ी है जिम्मेदारी लेने से पहले कंपनी के बारे में बहुत सारी है रिसर्च करता है. जैसे कंपनी का बिजनेस क्या है. कंपनी मैं क्या Risk है. कंपनी के ऊपर कोई कर्जा है या नहीं.
लेकिन IPO में पैसा लगाने से पहले आपको एक Demat Account खुलवाना होता है. ताकि आप आसानी से किसी भी IPO में पैसा लगा सके.
क्या है IPO | IPO क्या है? यह कैसे काम करता है? क्या है इसका उद्देश्य? | What is IPO |
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