India China Import And Export.
चीन से भारत की आयात निर्यात बौहत पुराना है, और चीन और भारत आयात निर्यात की लिए एक दूसरे पैर बौहत निर्भर है. इस की एक वजह यह भी है की यह एक परोसी देश है, जो आसानी से आयात निर्यात कर सकते है.
Q1. चीन से भारत का आयात निर्यात कौन से सन में शुरू हुआ था?
Ans. चीन से भारत का आयात निर्यात 1980 (१९८०) से शरू हुआ. और 1984 में भरता ने चाइना के साथ मिल कर के ट्रेड एग्रीमेंट पे हस्ताक्षर कए (Trade Agreement).
और 1994 में चीन और भारत ने Full-Fledged Bilateral Trade की शुरवात की.
Q2. भारत एक वर्ष में चीन से इलेक्ट्रॉनिक वस्तु का कितना आयात करता है?
Ans. Electronics: Computer, Mobile, Electronics Equipment, etc during 2019 it was $19.97 Billion USD trade.
इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स जैसे कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स इक्विपमेंट, मोबाइल आदि 2019 की हिसाब से $19.97 बिलियन डॉलर का आयात हुआ है.
Q3. आयात निर्यात से हमारे देश को क्या क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं ?
Ans. आयात और निर्यात के बहुत सारे फायदे और नुकसान होते हैं.
निर्यात के फायदे (Advantages of Export )
निर्यात के नुकसान (Disadvantages of Export)
आयात के फायदे (Advantages of Import)
आयात के नुकसान (Disadvantages of Import)
Q1. चीन से भारत का आयात निर्यात कौन से सन में शुरू हुआ था?
Ans. चीन से भारत का आयात निर्यात 1980 (१९८०) से शरू हुआ. और 1984 में भरता ने चाइना के साथ मिल कर के ट्रेड एग्रीमेंट पे हस्ताक्षर कए (Trade Agreement).
और 1994 में चीन और भारत ने Full-Fledged Bilateral Trade की शुरवात की.
Q2. भारत एक वर्ष में चीन से इलेक्ट्रॉनिक वस्तु का कितना आयात करता है?
Ans. Electronics: Computer, Mobile, Electronics Equipment, etc during 2019 it was $19.97 Billion USD trade.
इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स जैसे कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स इक्विपमेंट, मोबाइल आदि 2019 की हिसाब से $19.97 बिलियन डॉलर का आयात हुआ है.
Q3. आयात निर्यात से हमारे देश को क्या क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं ?
Ans. आयात और निर्यात के बहुत सारे फायदे और नुकसान होते हैं.
निर्यात के फायदे (Advantages of Export )
- किसी भी देश को निर्यात करने से उसके देश में दूसरे देश की करेंसी आती है जिससे उस देश की करंसी वैल्यू बढ़ती है.
- निर्यात करने से रोजगार आता है जिससे देश के बहुत सारे लोगों को रोजगार मिलता है यह निर्यात करने का सबसे बड़ा फायदा है
- देश देश की इकोनामिक कंडीशन में सुधार आता है.
- सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोई भी देश अपनी जरूरत की पूर्ति करने के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहता है. वह सब कुछ अपने ही देश में पैदा नहीं कर सकता. आयात और निर्यात से सभी देशों को फायदा होता है.
निर्यात के नुकसान (Disadvantages of Export)
- ऐसे संसाधन जिसे कभी भी पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता है, उन्हें देश खो देगा, जैसे कच्चे तेल, खनिज,अयस्क इत्यादि.
- ऐसी चीज़े जिनकी क्वालिटी सही नही है, उन का आयात होगा तो देश की प्रतिष्ठा पर सवाल उठाता है. जैसे आप जानते है की दूसरे देशो की लोग अमरीकन या जपनेअस चीज़ो पैर ज़ादा भरोसा करते है.
आयात के फायदे (Advantages of Import)
- निर्यात करने से देश में जो भी चीज़ उपलब्ध नही है उस की पूर्ति की जा सकती है. और दूसरे देशो की साथ सम्भन्ध अच्छे होते है.
- बौहत अच्छे और सस्ती चीज़े भी आप अपने लोगो की लिए मोहया करा सकती है. जैसा कुछ चीज़े ऐसी होती है जो अपने देश में निकलना या बनाना बौहत महंगा परता है लकिन वही चीज़े आप दूर देशो से बौहत सस्ती में मांगा सकती है.
आयात के नुकसान (Disadvantages of Import)
- निर्यात करने से आप की अपने देश की बेरोज़गारी बरती है. लोगो का कारोबार करने का स्कोप कम हो जाता है.
- फॉर्नर कर्रेंसी एक्सचेंज का लोस होता है. (Foregin Currency Exchange Loss)
- लोकल मैन्युफैक्चरिंग को लोस होता है, उन का बिज़नेस ख़राब होता है.
भारत सब से ज़ादा क्या निर्यात करता है.
- रीफंड पेट्रोलियम - Refined Petroleum
- डायमंड - Diamonds
- मेडिकल ट्रीटमेंट - Packaged Medicaments
- ज्वेलरी - Jewelry
- चांवल - Rice
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